स्कूल का प्रदर्शन कमजोर तो शिक्षकों को फिर प्रशिक्षण
स्कूल का प्रदर्शन कमजोर तो शिक्षकों को फिर प्रशिक्षण
देशभर में मौजूद जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को मिलेगी मजबूती, प्रशिक्षण डायट के जरिये दिया जाएगा
हाइलाइट -
- इस वर्ष से खुलेंगे पीएम- श्री स्कूल, बजट में मिले चार हजार करोड़
- बजट में इन्हें वाइवेंट एक्सीलेंस संस्थान के रूप में बनाने का किया एलान
- मौजूदा समय में देश के 500 से ज्यादा जिलों में स्थापित है ये संस्थान
- गांव-गांव खुलेंगे पुस्तकालय, डिजिटल पुस्तकालय का भी एलान
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) आने बाद शिक्षा का पूरा क्षेत्र बड़े सुधारों के दौर से गुजर रहा है। इसका बड़ा फोकस सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने पर है। इसमें छात्रों से लेकर शिक्षकों तक के प्रदर्शन को आंकने के लिए नए नए मानकों पर काम हो रहा है। जिसके आधार पर उन्हें नई उड़ान भरने का रास्ता मिलेगा।
फिलहाल बजट में केंद्र सरकार ने शिक्षकों के प्रशिक्षण से जुड़ा एक बड़ा एलान किया है। इसमें ऐसे सभी शिक्षकों को फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनके स्कूलों का प्रदर्शन लर्निंग आउटकम में कमजोर रहेगा। शिक्षकों को यह प्रशिक्षण जिला शिक्षा जरिये दिया जाएगा। जिन्हें सरकार ने वाइब्रेंट एक्सीलेंस संस्थान के रूप तैयार करने का ऐलान किया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अपने बजट के भाषण में शिक्षकों के प्रशिक्षण se जुड़ा एलान करते हुए कहा की शिक्षकों को यह प्रशिक्षण नई के आधार पर दिया जाएगा। इतना चुका है ।
प्रत्येक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में विद्या समीक्षा केंद्र के नाम से एक मानीटरिंग सेंटर भी स्थापित होगा। ट्रायल के तौर पर एनसीईआरटी ने इसका माडल भी विकसित कर लिया है।
स्कूलों की निगरानी जिला स्तर से ही देश में मौजूदा समय में देश में करीब 15 लाख स्कूल हैं, ऐसे में शिक्षा मंत्रालय के स्तर से सभी पर नजर रखना मुश्किल है। यही वजह है कि केंद्र सरकार स्कूलों की निगरानी जिला स्तर से ही करने की तैयारी कर रही है। खास बात यह है कि बजट में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को वाइब्रेंट एक्सीलेंस संस्थान के रूप में तैयार करने के सरकार के एलान से पहले से जुड़ा एलान करते हुए कहा है जाने वाले सभी नवाचारों व मानकों पदों को भरने की पहल शुरू कर चुका है।
इस वर्ष से खुलेंगे पीएम- श्री स्कूल, बजट में मिले चार हजार करोड़
राज्यों में एनईपी के अनुरूप प्रस्तावित पीएम श्री स्कूल इस वर्ष से खुलने शुरू हो जाएंगे। सरकार ने बजट मैं इसके लिए चार हजार करोड़ आवंटित किए हैं। इस पहल के तहत देशभर में 14 हजार से ज्यादा पीएम श्री स्कूल खोले जाने है। इनमें प्रत्येक ब्लाक के सरकारी स्कूल शामिल होंगे। मालूम हो कि इस स्कीम के तहत कोई नया स्कूल नहीं खोला जाएगा, बल्कि खोलने की भी पहल पहले से संचालित सरकारी स्कूलों को ही चयनित करके उन्हें उसके अनुरूप तैयार किया जाएगा।
बच्चों में पढने की क्षमता विकसित करने और सारक्षता दर शत-प्रतिशत पहुंचाने के लिए सरकार ने बड़ा एलान किया है। बच्चों और किशोरों के लिए एक नेशनल डिजिटल पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा। इसमें सभी स्थानीय भाषाओं में पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी। सभी राज्यों में पंचायत और वार्ड स्तर पर पुस्तकालय की गई है। सरकार ने इसके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है।
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